Saturday 25 April 2015

सांवरी अपने सहयोगी सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ इस प्रकार के कार्यों में यथा सम्भव सहयोग करती रही है|

सांवरी वोमेन एम्पावरमेंट की संस्थापिका श्रीमती सीमा गोयल तथा मिशन नवदृष्टि टाइम्स समाचार की संस्थापिका श्रीमती नीतू सिंघल ने दिनांक २३ अप्रैल २०१५ को प्रतीक संस्था के डिफरेंट्ली एबल्ड बच्चों के बीच उनके चुनौतियों तथा संवेदनाओ को आत्मसात किया और इस संस्था की संस्थापिका श्रीमती रीता सक्सेना के साथ बातचीत करके यह जानने की कोशिश की ! कि उनकी संस्था को किन किन प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
सांवरी अपने सहयोगी सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ इस प्रकार के कार्यों में यथा सम्भव सहयोग करती रही है परन्तु हम उन सभी लोगों से निवेदन करते है जो अपना योगदान निःस्वार्थ भाव से देना चाहते है विशेष तौर पर हमें चिकित्सक वर्ग के सहयोग की जरूरत है जो इन बालक - बालिकाओं के शारीरिक चुनौतियों [कान नाक गला ] सबंधी विसमताओं पर अपना परामर्श देकर इस पुण्य कार्य में सहभागी बने ।













Friday 17 April 2015

अशिक्षा का कारण केवल साधन हीनता नहीं बल्कि उपेक्षा भी है











अशिक्षा का कारण केवल साधन हीनता नहीं बल्कि उपेक्षा भी है ", इस सोच के तहत दिनांक १७ अप्रैल २०१५ को सांवरी वोमेन की ओर से एक कार्यकम का आयोजन नगर निगम आदर्श प्राथमिक बालिका विद्यालय, राउज एवेन्यू दिल्ली में किया गया 
  इस कार्यक्रम में मेधावी बालिकाओं को पुरस्कार वितरण, मेरिट सर्टिफिकेट, कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए सम्बोधित किया गया ताकि उनकी प्रतिभा के समग्र विकाश हो सके,शैक्षिक रुचि बढे और उसके प्रति ललक बनी रहे ताकि बच्चे साल के बीच में पढाई न छोड़े और समाज के पिछड़े वर्ग के अबोध बालिकाओं के अंदर एक आत्मसम्मान तथा शिक्षा के प्रति रूचि में प्रगाढ़ता आये।

 यद्द्पि हमारी सरकार भिन्न भिन्न प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रम जैसे सर्व शिक्षा अभियान आदि चला रही है ताकि वो लगभग सभी बच्चों को शैक्षिक रूप से सबल बना सके और काफी हद तक यानि यूं कहे ९३% तक सफल भी रहा परन्तु काफी सारे ६ से १७ वर्ष के बच्चे स्कूल छोड़ के पहले ही पलायन कर जाते है यह एक विषम समस्या है। यदि हम गौर करें तो पाते है की इसमें बालिकाओं का औसत लगभग २१. ८ है [ ये आकड़ें institute of Applied manpower के हैं ] जो की निहायत ही चिंताजनक है और शिक्षा का अभाव ही नारी समुदाय के पिछड़ने का सबसे बड़ा कारण है जो कोढ़ की तरह सामाजिक विकृति फ़ैलाने का एक मात्र निमित्त है ।



सांवरी वोमेन एम्पावरमेंट का उद्देश्य है कि नारी उत्थान से जुड़े पहलुओं को ध्यान में रखते हुए नारी की प्राथमिक कड़ी बालिकाओं के 
समग्र विकाश हेतु रचनात्मक कार्यों को महत्ता दी जाये और इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु विगत ४ वर्षों से लगभग २०० नारी शक्ति जो कि भिन्न भिन्न क्षेत्रो से है अपना अतुलनीय सहयोग दे रही है |

सांवरी वोमेन की संस्थापिका श्रीमती सीमा गोयल जी के साथ श्रीमती रेणू अग्रवाल, नीतू सिंगल, इति गुप्ता, रानी गोयल, पूनम गुप्ता जी तथा अन्य सांवरी सदस्यों का यह प्रयाश काफी सारे सामाजिक पहलुओं को ध्यान में रखकर महिलाओं को जागरूक करने हेतु भिन्न - भिन्न प्रकार के क्रिया कलापों को अंजाम दे --रहा है जैसे -- महिलाओं के लिए मुफ्त चिकित्सा शिविर, बच्चो के लिए कॉपी किताब, ज्ञानवर्धक पुस्तकें, गर्म कपड़ों का वितरण, सोल एंड पीस सेमिनार, प्रतिभावान महिलाओं को सम्मानित तथा पुरस्कृत करना, नेचुरल हीलिंग वर्कशॉप, नारी विषयक परिचर्चा तथा भिन्न भिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से वोमेन एम्पावरमेंट सरीखे लेख आदि इसी क्रम में हर प्रकार की महिलाओं के समग्र मानसिक विकाश हेतु समय समय पर सेमिनार आदि का आयोजन भी करती रही है | 
भवदीय 
सीमा गोयल